T Raja Singh Resigns from BJP in Telangana Over Leadership Dispute
तेलंगाना में बीजेपी को बड़ा झटका: फायरब्रांड नेता टी राजा सिंह ने पार्टी से दिया इस्तीफा, लीडरशिप विवाद बना वजह
AIN NEWS 1: तेलंगाना की राजनीति में बड़ा भूचाल तब आया जब बीजेपी के फायरब्रांड विधायक टी राजा सिंह ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। यह फैसला ऐसे समय में आया है जब राज्य में पार्टी नेतृत्व को लेकर गंभीर अंतर्विरोध सामने आ रहे हैं।
कौन हैं टी राजा सिंह?
टी राजा सिंह, हैदराबाद की गोशामहल विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक रहे हैं। वह अपनी कट्टर हिंदुत्ववादी छवि और मुस्लिम समुदाय को लेकर विवादित बयानों के कारण लगातार सुर्खियों में बने रहे। वह लंबे समय से गोरक्षा, हिंदुत्व और धार्मिक पहचान से जुड़े मुद्दों को प्रमुखता से उठाते रहे हैं।
इस्तीफे की वजह क्या है?
सूत्रों के अनुसार, टी राजा सिंह ने यह बड़ा कदम तेलंगाना बीजेपी में नेतृत्व को लेकर चल रहे विवाद के चलते उठाया है। बताया जा रहा है कि वह पार्टी के अंदर रामचंदर राव को तेलंगाना बीजेपी का नया प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की संभावना से नाराज थे। इस मुद्दे को लेकर वह पार्टी नेतृत्व से असहमत थे और अंततः उन्होंने इस्तीफा देने का फैसला किया।
उन्होंने अपना इस्तीफा बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी को भेजा और साथ ही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ (पहले ट्विटर) पर भी इस्तीफे की कॉपी साझा की। इस पोस्ट में उन्होंने लिखा कि वह हिंदुत्व और गोशामहल की जनता की सेवा में समर्पित रहेंगे।
विवादों से भरा रहा है राजनीतिक सफर
टी राजा सिंह का राजनीतिक जीवन हमेशा विवादों से घिरा रहा है।
2022 में उन्होंने पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी, जिस पर देशभर में बवाल मच गया था। इसके चलते उन्हें हैदराबाद पुलिस ने गिरफ्तार भी किया और बीजेपी ने पार्टी से निलंबित कर दिया।
हालांकि, 2023 में उनका निलंबन वापस ले लिया गया।
इसके कुछ समय बाद, फिर से उन्होंने मुस्लिम समुदाय के खिलाफ कथित तौर पर भड़काऊ बयान दिए, जिससे दोबारा विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए।
उनके ऊपर पहले भी हेट स्पीच (घृणास्पद भाषण) से जुड़े कई आरोप लगे हैं, जिनमें कई मुकदमे भी दर्ज हैं।
बीजेपी के लिए बढ़ी मुश्किलें
टी राजा सिंह का पार्टी छोड़ना तेलंगाना बीजेपी के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है।
जहां एक तरफ पार्टी राज्य में अपने आधार को मजबूत करने की कोशिश कर रही है, वहीं दूसरी ओर ऐसे लोकप्रिय और जमीनी नेताओं का जाना संगठन को कमजोर कर सकता है।
टी राजा सिंह का समर्थक वर्ग काफी कट्टर और समर्पित रहा है, और यह तय माना जा रहा है कि उनका अलग होना बीजेपी के वोट बैंक पर सीधा असर डाल सकता है।
क्या करेंगे आगे टी राजा सिंह?
उन्होंने अभी तक यह स्पष्ट नहीं किया है कि वह किसी नई पार्टी में शामिल होंगे या अपनी अलग राजनीतिक राह बनाएंगे।
लेकिन उनके सोशल मीडिया पोस्ट से यह संकेत जरूर मिलते हैं कि वह हिंदुत्व आधारित राजनीति से पीछे नहीं हटेंगे और अपने समर्थकों के साथ सक्रिय रहेंगे।
राजनीतिक विश्लेषण क्या कहता है?
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि तेलंगाना बीजेपी पहले से ही नेतृत्व संकट से जूझ रही है और टी राजा सिंह जैसे नेता का जाना पार्टी को अंदर से और कमजोर कर सकता है।
वहीं दूसरी ओर, टी राजा सिंह की कट्टरवादी छवि पार्टी के लिए कभी–कभी परेशानी का कारण भी बनी, खासकर जब वह केंद्र की उदारवादी छवि से मेल नहीं खाती थी।
टी राजा सिंह का इस्तीफा तेलंगाना बीजेपी के लिए एक दोहरी चुनौती लेकर आया है— एक तरफ एक प्रभावशाली नेता पार्टी से अलग हुआ है, और दूसरी ओर इससे पार्टी में अंदरूनी कलह की तस्वीर और स्पष्ट हो गई है।
अब देखना यह होगा कि बीजेपी इस राजनीतिक नुकसान की भरपाई कैसे करती है और टी राजा सिंह आगे क्या रणनीति अपनाते हैं।
T Raja Singh, the firebrand BJP MLA from Goshamahal, has resigned from the BJP in Telangana, citing internal leadership disputes. Known for his controversial speeches, especially targeting Muslims, his resignation is a significant blow to the BJP in a politically sensitive state. The exit comes amidst reports of internal conflict over the potential appointment of Ramchander Rao as Telangana BJP chief. This development could trigger serious consequences for BJP’s prospects in the region.