AIN NEWS 1 लखनऊ : उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि देश राम, कृष्ण और बुद्ध की परंपरा से चलेगा, न कि बाबर और औरंगजेब की परंपरा से। उन्होंने विपक्ष को चुनौती देते हुए कहा कि वे यह तय करें कि उनके आदर्श विदेशी आक्रांता हैं या देश के महापुरुष।
मुख्यमंत्री ने यह बयान संभल और बहराइच में हुई हिंसक घटनाओं को लेकर विपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए दिया। उन्होंने कहा कि जो भी दोषी होगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा।
संभल और बहराइच हिंसा पर सीएम का जवाब
विपक्ष ने हिंसा की घटनाओं पर सरकार पर सांप्रदायिकता फैलाने और संविधान की हत्या के आरोप लगाए। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रशासन ने घटनाओं पर निष्पक्ष कार्रवाई की है। संभल की घटना की जांच के लिए न्यायिक आयोग गठित किया गया है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने पत्थरबाजी, फायरिंग और अवैध हथियारों का इस्तेमाल किया, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
योगी ने कहा, “हमने वीडियो फुटेज के आधार पर जांच शुरू की है। कोई निर्दोष परेशान नहीं होगा, लेकिन दोषियों को कानून से भागने नहीं दिया जाएगा।”
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि संभल में मस्जिदों में अवैध बिजली सब-स्टेशन बनाए गए थे, जिससे दो मोहल्लों में बिजली का भारी नुकसान हो रहा था।
“जय श्रीराम उत्तेजक नहीं, आस्था का प्रतीक”
सपा नेता इकबाल महमूद ने आरोप लगाया कि संभल में सर्वे के दौरान “जय श्रीराम” के नारे लगाकर लोगों को उकसाया गया। इस पर मुख्यमंत्री ने पलटवार करते हुए कहा, “जय श्रीराम कोई उत्तेजक नारा नहीं है, यह हमारी आस्था का प्रतीक है। शोभायात्रा के दौरान भजन और आरती अश्लील कैसे हो सकते हैं? अगर आपको अपना धार्मिक नारा लगाने से रोका जाए, तो क्या यह सही लगेगा?”
“कुंदरकी की जीत सनातन और संविधान की जीत”
विधानसभा में कुंदरकी के चुनाव को लेकर भी विवाद हुआ। सपा ने आरोप लगाया कि वहां मुस्लिम मतदाताओं को वोट डालने से रोका गया। योगी ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि जनता ने सपा की असलियत को पहचान लिया है और उन्हें पूरी तरह से नकार दिया है। उन्होंने इसे “सनातन और संविधान की जीत” बताया।
महाकुंभ, औद्योगिक विकास और बुजुर्गों के लिए बजट प्रस्ताव
योगी सरकार मंगलवार को अपना दूसरा अनुपूरक बजट पेश करेगी, जिसकी राशि 15,000 करोड़ रुपये तक होने का अनुमान है। इस बजट का बड़ा हिस्सा 2025 में होने वाले महाकुंभ के लिए आवंटित किया जाएगा।
इसके अलावा औद्योगिक विकास, एमएसएमई योजनाओं, अस्पतालों और सड़कों के बुनियादी ढांचे के लिए भी धन का प्रावधान होगा। 70 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्गों के लिए आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना में भी बजट का प्रावधान किया जा सकता है।
“राम-कृष्ण और बुद्ध हमारी प्रेरणा”
मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर पलटवार करते हुए कहा कि भगवान राम, कृष्ण और बुद्ध के विचार और उनकी शिक्षाएं हमारी सरकार के मार्गदर्शन का आधार हैं। उन्होंने कहा, “भगवान राम ने कहा था ‘निशिचर हीन करहूं महि’, भगवान कृष्ण ने ‘परित्राणाय साधुनाम…’ का संदेश दिया। वहीं, भगवान बुद्ध ने करुणा और मैत्री का संदेश दिया। हमारी सरकार इन्हीं मूल्यों पर आधारित है।”
सीएम और विपक्ष के बीच तीखी बहस
विधानसभा में बहस के दौरान कांग्रेस और सपा ने बहराइच की घटना में सुरक्षा में कमी का आरोप लगाया। कांग्रेस नेता आराधना मिश्रा ने कहा कि पर्याप्त सुरक्षा बल न होने के कारण हिंसा हुई।
योगी ने इसका जवाब देते हुए कहा, “घटनास्थल पर चार कंपनियां तैनात थीं। हिंसा सड़क पर नहीं, घरों के अंदर से गोली चलाने के कारण हुई। अगर पुलिस घरों में घुसती, तो आप इसे अलग रंग देने की कोशिश करते।”
सपा विधायक संग्राम सिंह यादव ने अल्लामा इकबाल की पंक्तियां “सारे जहां से अच्छा हिंदोस्तां हमारा…” का जिक्र किया। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इकबाल दोहरे चरित्र के व्यक्ति थे, जिन्होंने पहले हिंदुस्तान की प्रशंसा की, लेकिन बाद में मुस्लिम लीग का समर्थन किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इन बयानों ने विधानसभा में गहमागहमी बढ़ा दी। जहां विपक्ष ने हिंसा और सांप्रदायिकता के मुद्दे पर सरकार को घेरने की कोशिश की, वहीं मुख्यमंत्री ने आक्रामक तरीके से जवाब देकर अपनी सरकार की नीति और विचारधारा को स्पष्ट किया।