दिवाली आने वाली है लोग अपने अपने घरों में लाइट लगा रहे है. कहते है कि दिवाली वाले दिन हर जगह लाइट की रोशनी होनी चाहिए. लेकिन कुछ जगह ऐसे भी जहां पर लोगो को स्ट्रीट लाइट के चक्कर में काफी ज्यादा समस्या हो रही है ये कोई एक दिन की समस्या नहीं है बल्कि ये समस्या काफी समय से बनी हुई है. आपको बता दे कि यूपी के गाजियाबाद का ये मामला है जहां लोगो समस्या हो रही है. शहर से अंधेरा दूर करने के लिए नगर निगम ने करीब साढ़े छह हजार स्ट्रीट लाइटें ली हैं। जबकि गुरुवार शाम तक करीब दो हजार लाइटें लगाई जा सकी थीं। धनतेरस पर भी शहर से अंधेरा पूरी तरह दूर नहीं हो सका है। आपको बता दे गुरुवार को वार्ड 31 से पार्षद नितिन कुमार नगर निगम पहुंचे। पार्षद ने बताया कि सिहानी, सुभाषनगर, राधाकुंज समेत अन्य कालोनियों में 100 से अधिक लाइटें खराब हैं. इसमें 50 ऐसे खंभे है जिनपर लाइट है ही नहीं। वही पार्षद नितिन ने बताया कि उनके वार्ड में राजनगर एक्सटेंशन, सद्दीकनगर, नूरनगर में 50 खंभों पर लाइटें नही हैं। महरोली में भी 50 से अधिक लाइटें खराब है।nager nigam
पार्षद अजय शर्मा ने दी जानकारी
बता दे कि इस समस्या के ऊपर पार्षद अजय शर्मा का कहना है कि प्रत्येक वार्ड को 50-50 लाइटें देने का दावा किया था त्योहार आ चुका है लेकिन लाइटें खंभों पर नहीं आई है. साथ ही अजय शर्मा ने कहा कि अभी भी वार्ड 67 में 50 से अधिक लाइटें खराब हैं।
सभी पार्षदों से मांगी गई सूची
बता दे कि पथ विकास विभाग के प्रभारी आश कुमार का कहना है कि लाइटें लगाई जा रही है। पांचों जोन में टीम गठित की गई हैं। जहां से भी शिकायत मिल रही है वहां लाइटें लगाई जा रहीं हैं। जियो टैगिंग भी कराई जा रही है। पार्षदों से खराब लाइटों की सूची मांगी गई है। जैसे- जैसे सूची मिल रही है लाइटें लगाई जा रहीं हैं। गुरुवार शाम तक दो हजार से अधिक लाइटें लगाई जा चुकी थीं। दीपावली तक लाइटों को लगाने का काम पूरा कर लिया जाएगा।