AIN NEWS 1 | अमेरिका और चीन के बीच टैरिफ वॉर पर तनातनी जारी है। दोनों देश अपने-अपने रुख पर अड़े हुए हैं और कोई भी पीछे हटने को तैयार नहीं है। इसी बीच अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन को लेकर बड़ा बयान दिया है। ट्रंप ने साफ कहा कि अगर टैरिफ को लेकर कोई बातचीत होनी है, तो उसकी शुरुआत चीन को करनी होगी।
🔹 ट्रंप ने क्या कहा?
ट्रंप ने अपने बयान में कहा, “बातचीत कब और कैसे होगी, यह चीन को तय करना है। हमें चीन से कोई डील करनी जरूरी नहीं है, बल्कि चीन को हमसे समझौता करना होगा। चीन और बाकी देशों में फर्क है।”
🔹 व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव का बयान
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने मीडिया ब्रीफिंग में कहा, “राष्ट्रपति ने चीन को लेकर अपनी बात बहुत साफ कर दी है। उन्होंने ओवल ऑफिस में एक और बयान साझा किया, जिसमें कहा कि अब गेंद चीन के पाले में है।”
लेविट ने आगे कहा, “हमें चीन से कोई समझौता करने की जरूरत नहीं है, बल्कि चीन को अमेरिका से डील करनी है। चीन और बाकी देशों में फर्क नहीं है, बस वे आकार में बड़े हैं।”
उन्होंने ट्रंप के हवाले से कहा, “चीन और बाकी देश वही चाहते हैं जो अमेरिका के पास है — अमेरिकी ग्राहक। साफ कहें तो उन्हें हमारे पैसों की जरूरत है।”
🔹 शी जिनपिंग की प्रतिक्रिया
दूसरी ओर, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अमेरिका के साथ चल रहे ट्रेड वॉर पर अपनी पहली प्रतिक्रिया दी। बीजिंग में स्पेन के प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज के साथ बैठक के दौरान जिनपिंग ने कहा, “इस ट्रेड वॉर में कोई नहीं जीत सकता। अगर आप दुनिया के खिलाफ जाएंगे तो खुद ही अलग-थलग पड़ जाएंगे।”
जिनपिंग ने यह भी कहा, “पिछले 70 वर्षों में चीन ने अपनी मेहनत से प्रगति की है और वह किसी के दबाव में झुकने वाला नहीं है।”
उन्होंने यूरोपीय संघ (EU) से अपील की कि अमेरिका की एकतरफा नीति के खिलाफ वे चीन का साथ दें। उन्होंने कहा, “चीन और यूरोप को मिलकर अपनी अंतरराष्ट्रीय जिम्मेदारियां निभानी चाहिए और अमेरिका की दादागिरी का संयुक्त जवाब देना चाहिए।”
Amid escalating US-China tensions, former President Donald Trump declared that the “ball is in China’s court” regarding tariff war talks. Highlighting America’s economic leverage, Trump emphasized that China needs the US more than vice versa. In response, Chinese President Xi Jinping stated that China will not bow to external pressure and urged the EU to unite against US unilateralism. This ongoing tariff war continues to shape global trade dynamics in 2025.