यूपी असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती में बड़ा बदलाव: अब OMR नहीं, लिखित उत्तरों से परखी जाएगी योग्यता?

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UP Assistant Professor Recruitment Exam Pattern Changed: Long Answer Questions to be Included

यूपी: असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती की स्क्रीनिंग परीक्षा में अब होंगे दीर्घ उत्तरीय प्रश्न, मेरिट में जुड़ेंगे अंक

AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश में राजकीय महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर बनने की चाह रखने वाले अभ्यर्थियों के लिए एक बड़ा बदलाव होने जा रहा है। अब स्क्रीनिंग परीक्षा में केवल OMR शीट पर गोला काला करने से काम नहीं चलेगा। इसके बजाय, परीक्षार्थियों को विस्तार से उत्तर लिखने होंगे, यानी परीक्षा अब वस्तुनिष्ठ नहीं बल्कि दीर्घ उत्तरीय होगी।

स्क्रीनिंग परीक्षा का बदलेगा पैटर्न

अब तक असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती के लिए आयोजित होने वाली स्क्रीनिंग परीक्षा में वस्तुनिष्ठ प्रकार (Objective Type) के प्रश्न पूछे जाते थे। इन प्रश्नों के चार विकल्प होते थे और अभ्यर्थी को सही उत्तर चुनकर ओएमआर शीट पर गोला काला करना होता था। यह परीक्षा केवल छंटनी (Screening) के उद्देश्य से होती थी और मेरिट में इसका कोई योगदान नहीं होता था।

लेकिन अब इस परीक्षा के पैटर्न में बड़ा बदलाव किया गया है। नए प्रारूप के अनुसार, परीक्षा में दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (Descriptive Questions) पूछे जाएंगे। इसका उद्देश्य यह है कि उम्मीदवारों की विषय पर गहरी समझ को परखा जा सके।

मेरिट में भी जोड़े जाएंगे परीक्षा के अंक

नई व्यवस्था के अनुसार अब स्क्रीनिंग परीक्षा केवल एक औपचारिकता नहीं होगी, बल्कि इसके अंक भी मेरिट में जोड़े जाएंगे। अब चयन प्रक्रिया में स्क्रीनिंग परीक्षा के अंकों का 75 प्रतिशत और इंटरव्यू के अंकों का 25 प्रतिशत वेटेज होगा। इससे यह सुनिश्चित होगा कि उम्मीदवार केवल साक्षात्कार (Interview) पर निर्भर न रहें, बल्कि उन्हें परीक्षा में भी अच्छा प्रदर्शन करना होगा।

बदलाव के पीछे की सोच

सरकार का मानना है कि असिस्टेंट प्रोफेसर बनने से पहले यह जरूरी है कि उम्मीदवार अपने विषय की गहराई से समझ रखते हों। चूंकि इन अभ्यर्थियों को आगे चलकर विश्वविद्यालय और महाविद्यालयों में पढ़ाना होगा, इसलिए यह जरूरी है कि उनकी बौद्धिक योग्यता और विश्लेषण क्षमता का सही आकलन हो सके। दीर्घ उत्तरीय प्रश्नों से यह आकलन बेहतर तरीके से किया जा सकेगा।

पाठ्यक्रम में भी हो रहा संशोधन

इस परीक्षा के लिए पाठ्यक्रम (Syllabus) भी संशोधित किया जा रहा है। यह संशोधन इसलिए किया जा रहा है ताकि दीर्घ उत्तरीय प्रश्नों के अनुरूप विषय सामग्री को समायोजित किया जा सके। उच्च शिक्षा निदेशालय ने संशोधित पाठ्यक्रम शासन को भेज दिया है, और अब अंतिम स्वीकृति का इंतजार है। स्वीकृति मिलते ही उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) भर्ती के लिए विज्ञापन जारी करेगा।

भर्ती की प्रक्रिया

उत्तर प्रदेश के राजकीय महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर के 562 पदों पर भर्ती के लिए उच्च शिक्षा निदेशालय ने शासन के माध्यम से यूपीपीएससी को अधियाचन (Requisition) भेजा है। जैसे ही शासन से संशोधित पाठ्यक्रम को मंजूरी मिलेगी, भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।

प्रस्ताव और प्रक्रिया

यूपीपीएससी ने इस बदलाव का प्रस्ताव काफी पहले शासन को भेजा था। शासन ने इसे परीक्षण के लिए उच्च शिक्षा विभाग को भेजा, और विभाग ने निदेशालय से इस पर टिप्पणी मांगी थी। अब निदेशालय ने अपनी सहमति दे दी है और संशोधित पाठ्यक्रम के साथ प्रस्ताव शासन को भेज दिया गया है।

यह बदलाव केवल परीक्षा पद्धति तक सीमित नहीं है, बल्कि यह पूरे भर्ती तंत्र को अधिक पारदर्शी और योग्यताधारित बनाने की दिशा में एक अहम कदम है। अब अभ्यर्थियों को साक्षात्कार के साथ-साथ लिखित परीक्षा में भी अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन दिखाना होगा। यह बदलाव भविष्य के शिक्षकों की गुणवत्ता में सुधार लाने की सरकार की मंशा को दर्शाता है।

The Uttar Pradesh government has revised the exam pattern for the Assistant Professor recruitment screening test. Instead of the previous objective-type format with OMR sheets, the UPPSC will now include descriptive questions to better assess subject understanding. This change in the UP Assistant Professor recruitment aims to ensure candidates are well-versed in their subjects before entering the education system. The new UPPSC exam pattern will also factor 75% weightage from the screening test and 25% from the interview in the final merit calculation.

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