UP Violence: 51 Bhim Army Members Arrested After Riots in Prayagraj, Now Begging for Forgiveness
प्रयागराज हिंसा: तोड़फोड़ करने वाले भीम आर्मी कार्यकर्ता अब मांग रहे माफी, पुलिस ने 51 को किया गिरफ्तार
AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले के करछना इलाके में रविवार को उपद्रव और हिंसा के बाद पुलिस ने बड़ा एक्शन लिया है। भीम आर्मी और आजाद समाज पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सड़क पर जमकर बवाल किया, जिसमें कई सरकारी गाड़ियों को नुकसान पहुंचाया गया और वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया।
हिंसा की वजह क्या थी?
पूरा मामला उस समय शुरू हुआ जब भीम आर्मी के संस्थापक और आजाद समाज पार्टी के सांसद चंद्रशेखर आजाद प्रयागराज के करछना इलाके के इसौटा गांव और कौशांबी में एक पीड़ित परिवार से मिलने जा रहे थे। लेकिन पुलिस ने उन्हें एयरपोर्ट से सीधे सर्किट हाउस ले जाकर घंटों तक वहीं रोक दिया। इस कार्रवाई से नाराज होकर भीम आर्मी के समर्थकों ने करछना में सड़क पर उतरकर प्रदर्शन शुरू कर दिया, जो बाद में हिंसक रूप ले गया।
कैसे हुआ उपद्रव?
गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया, कई वाहनों में तोड़फोड़ की और कुछ गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया। स्थिति इतनी बिगड़ गई कि इलाके में अफरा-तफरी मच गई। हिंसा के दौरान सड़कें जाम हो गईं और आम जनता में दहशत फैल गई।
पुलिस की कार्रवाई
प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए सख्त कार्रवाई की। मौके से 41 लोगों को तुरंत गिरफ्तार किया गया और बाद में 10 अन्य को भी पकड़ा गया। इसके साथ ही पुलिस ने 8 नाबालिगों को भी हिरासत में लिया है, जिन्हें बाल संरक्षण अधिनियम के तहत रखा गया है।
पुलिस ने अब तक कुल 51 गिरफ्तारियां की हैं। इसके अलावा 54 नामजद और लगभग 550 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। साथ ही घटनास्थल से करीब 40 बाइक को जब्त किया गया है जो उपद्रव के दौरान इस्तेमाल की गई थीं।
माफी मांगते नजर आए उपद्रवी
जिस भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने रविवार को खुद को कानून से ऊपर समझा था, वही अब थाने में कान पकड़कर माफी मांगते नजर आ रहे हैं। कई वीडियो भी सामने आए हैं जिनमें ये लोग हाथ जोड़कर पुलिस से दया की भीख मांगते दिखे।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जो भी लोग सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाएंगे, उनके खिलाफ कठोरतम कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्हें किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।
क्षेत्र में हालात फिलहाल शांत
घटना के बाद प्रशासन ने इलाके में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया है। तनाव को देखते हुए पुलिस पूरी तरह से सतर्क है। हालांकि, वर्तमान में स्थिति नियंत्रण में है और प्रशासन लगातार निगरानी रख रहा है।
प्रशासन का सख्त संदेश
प्रशासन और पुलिस दोनों ने स्पष्ट कर दिया है कि प्रदेश में कानून व्यवस्था से खिलवाड़ करने की इजाजत किसी को नहीं दी जाएगी। जिन लोगों ने हिंसा फैलाकर माहौल बिगाड़ने की कोशिश की है, उन्हें सजा जरूर दी जाएगी।
प्रयागराज की घटना एक चेतावनी है कि लोकतंत्र में विरोध प्रदर्शन का हक सबको है, लेकिन हिंसा किसी भी हाल में स्वीकार नहीं की जाएगी। भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी और माफी मांगना यह दिखाता है कि कानून तोड़ने वालों के खिलाफ अब सरकार और प्रशासन पूरी तरह सख्त है।
In Prayagraj’s Karchhana area, violent protests erupted after Bhim Army leader Chandrashekhar Azad was stopped by police. Bhim Army members vandalized public property and set vehicles on fire. The UP Police responded strictly, arresting 51 individuals and detaining 8 minors. The same rioters are now begging for forgiveness in police custody. This incident highlights the state’s tough stance on law and order, especially concerning the Bhim Army protest and Prayagraj violence.