2022 में 2 लाख फ्लैट्स लॉन्च
5 अरब डॉलर का आया निवेश
3.6 लाख घरों की बिक्री का रिकॉर्ड!
AIN NEWS 1: बता दें कोरोना के बाद रियल एस्टेट सेक्टर के लिए ये साल शानदार साबित हुआ है। इसके असर से अनुमान है कि 2022 में घरों की उच्चतम बिक्री का रिकॉर्ड बन सकता है। आंकड़ों के मुताबिक 2014 में 3.43 लाख रेजिडेंशियल यूनिट्स की बिक्री हुई थी। 2022 में देश के 7 बड़े शहरों में ये आंकड़ा 3.6 लाख तक रहने का अनुमान है। पिछले साल के मुकाबले ये बढ़ोतरी 50 फीसदी से ज्यादा होने का अनुमान है। इस साल के पहले 9 महीनों में 2.73 लाख रेजिडेंशियल यूनिट्स की बिक्री हुई है। साफ है कि इस साल बिक्री के लिहाज से रियल एस्टेट सेक्टर ने दमदार प्रदर्शन किया है।
5 अरब डॉलर का आया निवेश
एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि बड़ी रियल एस्टेट कंपनियां 2022-23 में बिक्री में 25 फीसदी की मजबूत बढ़ोतरी दर्ज करेंगी वहीं 2023-24 में इन कंपनियों की बिक्री में 10-15 परसेंट तक इजाफा होगा। जानकारों का भी मानना है कि रियल एस्टेट ने महंगे होम लोन और महंगाई जैसी चुनौतियों के बावजूद इस साल बढ़ने का हौसला दिखाया है। बिक्री में बढ़ोतरी से रियल एस्टेट सेक्टर में बिना बिके घरों की संख्या घटी है और सप्लाई में कमी आई है।
3.6 लाख घरों की बिक्री का रिकॉर्ड!
फिलहाल अनसोल्ड इनवेंट्री का स्तर ढाई साल पर आ गया है। कोरोना से पहले ये 4 साल था लेकिन इसका एक असर घरों की कीमतों में बढ़ोतरी के तौर पर भी सामने आया है। दरअसल, इस साल घरों की कीमतों में 6-10 फीसदी और 2023-24 में घरों के दाम 3-5 परसेंट बढ़ने का अनुमान है। इस बढ़ोतरी की वजह कच्चा माल, लेबर और जमीन की लागत में हुआ भारी इजाफा माना जा रहा है। बीते दो साल में कई रॉ-मटेरियल्स की कीमतों में 100 फीसदी तक की बढ़ोतरी हुई है। ऐसे में डेवलपर्स के लिए कीमत बढ़ाए बिना प्रोजेक्ट पूरा करना मुमकिन नहीं है। लेकिन डेवलपर्स ये भी मानते हैं कि दाम अभी भी काफी वाजिब हैं। वैसे ये बात काफी हद तक सही है कि जिस तरह से देश में महंगाई बढ़ी है और ज्यादातर सामानों की कीमत बढ़ी हैं उसके मुकाबले में प्रॉपर्टी की दाम कम बढ़े हैं।