AIN NEWS 1 | एनडीए की सहयोगी और केंद्र सरकार में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल ने देश में जातीय जनगणना कराए जाने के फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि यह उनकी पार्टी अपना दल (सोनेलाल) की लंबे समय से मांग रही थी।
अब जब सरकार ने यह कदम उठाया है, अनुप्रिया पटेल ने मोदी सरकार के सामने एक और महत्वपूर्ण मांग रख दी है—ओबीसी मंत्रालय की स्थापना। उन्होंने कहा कि जब तक ओबीसी मंत्रालय नहीं बनता, तब तक उनकी लड़ाई जारी रहेगी।
✅ केंद्र सरकार पर विश्वास लेकिन मांग स्पष्ट
लखनऊ में हुई पार्टी की समीक्षा बैठक में अनुप्रिया पटेल ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा:
“मोदी सरकार हमारी एक-एक मांग को सुन रही है और पूरा कर रही है। हमें भरोसा है कि अब ओबीसी मंत्रालय का गठन भी जल्द होगा।”
उन्होंने कार्यकर्ताओं से गांव-गांव जाकर जातीय जनगणना के फायदे बताने और पार्टी को मजबूत करने का आग्रह किया।
🔥 विपक्ष पर भी बोला हमला
अनुप्रिया पटेल ने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि जब समाजवादी पार्टी और कांग्रेस सत्ता में थीं, तब उन्होंने जातीय जनगणना नहीं कराई। लेकिन अब जब केंद्र सरकार ने यह फैसला लिया है, तो विपक्ष श्रेय लेने की होड़ में लग गया है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस और उसके सहयोगियों ने हमेशा सिर्फ वोट बैंक की राजनीति की है और कभी पिछड़ों और दलितों के सम्मान के लिए ठोस कदम नहीं उठाए।
Union Minister Anupriya Patel has welcomed the decision on caste census in India, calling it a long-standing demand of her party Apna Dal (S). Following this, she has now urged the Modi government to establish a separate OBC Ministry, stating that the fight will continue until this demand is fulfilled. This move adds pressure on the central government, intensifying political discourse around caste-based development and representation.