AIN NEWS 1 | इस बार दिल्ली में कांवड़ यात्रा कुछ खास होने जा रही है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने ऐसा फैसला लिया है, जो पहले कभी नहीं हुआ। उन्होंने राजधानी के सभी कैबिनेट मंत्रियों और विधायकों को ये जिम्मेदारी दी है कि वे कांवड़ यात्रा के दौरान खुद कांवड़ियों की सेवा करें।
अब मंत्री केवल फाइलों तक सीमित नहीं रहेंगे, बल्कि सीधे सड़क पर उतरकर पानी पिलाएंगे, सफाई देखेंगे, मेडिकल कैंप संभालेंगे और भक्तों की मदद करेंगे।
🔹 “सेवा ही धर्म है”: मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता
रेखा गुप्ता ने अपने बयान में साफ कहा,
“राजनीति का असली मतलब है जनता की सेवा — और जब भक्तजन भगवान शिव के नाम पर लंबी यात्रा कर रहे हैं, तो हमारा कर्तव्य है कि हम उनकी हर जरूरत का ध्यान रखें।”
🔹 नेता खुद मैदान में उतरेंगे
इस बार हर विधायक और मंत्री को उनके क्षेत्र के हिसाब से ड्यूटी दी जाएगी। कोई गाजियाबाद से आने वाले कांवड़ियों की देखरेख करेगा, तो कोई नजफगढ़ या बुराड़ी में टेंट और मेडिकल सुविधाएं देखेगा।
सरकार चाहती है कि कोई भी कांवड़िया दिल्ली से निराश न जाए।
🔹 भक्तों के लिए खास इंतजाम
दिल्ली सरकार ने बड़े पैमाने पर व्यवस्था की है:
- ठंडा और साफ पानी उपलब्ध होगा हर 2-3 किलोमीटर पर
- सड़कों पर शिविर (टेंट) लगाए जाएंगे जहां भक्त रुक सकें
- मोबाइल मेडिकल वैन हर समय चलती रहेंगी
- ट्रैफिक कंट्रोल के लिए पुलिस को एडवांस में प्लानिंग दे दी गई है
- साफ-सफाई पर खास ध्यान रहेगा
🔹 राजनीति से ऊपर उठकर सेवा की मिसाल
ये फैसला दिखाता है कि रेखा गुप्ता की सरकार जनता की आस्था को कितना सम्मान देती है। उन्होंने यह भी कहा कि
“ये कोई वोट बैंक का मुद्दा नहीं है। ये सेवा का मौका है, और सेवा ही सच्चा धर्म है।”
🔹 जनता में खुशी, सोशल मीडिया पर तारीफ
जैसे ही यह खबर सामने आई, सोशल मीडिया पर लोग इस फैसले की तारीफ करने लगे।
“अरे वाह! अब मंत्री लोग भी सड़क पर दिखेंगे, सिर्फ भाषण नहीं देंगे” — ऐसी प्रतिक्रियाएं वायरल हो रही हैं।
🔹 टेक्नोलॉजी की भी मदद
सरकार एक ऐप भी लॉन्च करने की योजना में है, जिसमें कोई भी कांवड़िया अपनी शिकायत दर्ज करा सकेगा और उसे तुरंत हल किया जाएगा। डिजिटल मॉनिटरिंग से हर टेंट और मेडिकल यूनिट की निगरानी की जाएगी।
🔹 रास्तों की प्लानिंग और ट्रैफिक कंट्रोल
दिल्ली पुलिस और यातायात विभाग पहले ही अलर्ट पर हैं। जहां भी कांवड़ यात्रा के रूट तय हुए हैं, वहां पर वैकल्पिक मार्ग, ट्रैफिक कंट्रोल पॉइंट, और साइनबोर्ड्स लगा दिए जाएंगे। सरकार चाहती है कि शहर की सामान्य जिंदगी भी प्रभावित न हो और भक्तों को भी कोई असुविधा न हो।
दिल्ली सरकार का यह फैसला सिर्फ एक प्रशासनिक आदेश नहीं है, बल्कि जनसेवा की भावना से भरी एक मिसाल है। जब एक मुख्यमंत्री अपने मंत्रियों को कहे कि “अब जनता की सेवा में सीधे लग जाओ,” तो यह दिखाता है कि सरकार जमीन से जुड़ी है और आस्था को समझती है।
कांवड़ यात्रा 2025 दिल्ली के लिए न केवल श्रद्धा का पर्व होगा, बल्कि एक ऐसा आयोजन होगा, जहां सरकार और जनता मिलकर सेवा और सहयोग की मिसाल कायम करेंगे।
In a people-focused initiative during Kanwar Yatra 2025, Delhi CM Rekha Gupta has assigned all Cabinet Ministers and MLAs to serve Kanwariyas across the capital. With a focus on hospitality, safety, and spiritual respect, Delhi aims to become a model state for managing large-scale religious pilgrimages with empathy and efficiency.