Devendra Fadnavis slams Digvijaya Singh’s 26/11 remark, calls it baseless and foolish
26/11 हमले पर दिग्विजय सिंह के बयान पर फडणवीस का पलटवार: “बेवकूफी की बातें करने वालों का जवाब नहीं देता”
AIN NEWS 1 मुंबई: 26/11 मुंबई आतंकी हमले को लेकर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के पुराने बयान पर अब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने दिग्विजय सिंह के 2010 के बयान को “बेवकूफी भरी बात” करार देते हुए कहा कि ऐसे लोगों की बातों का कोई जवाब नहीं दिया जाना चाहिए।
फडणवीस ने कहा, “सबसे पहले तो मैं उन लोगों को जवाब देना जरूरी नहीं समझता जो बेवकूफी की बातें करते हैं। जब अजमल कसाब को फांसी दी गई और उसके बाद डेविड हेडली का बयान भारतीय न्यायपालिका के सामने दर्ज हुआ, तब यह पूरी तरह साफ हो गया कि 26/11 का षड्यंत्र पाकिस्तान में रचा गया था।”
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि अब जबकि इस मामले का प्रमुख षड्यंत्रकारी भारत की गिरफ्त में है, तो और भी कई अहम जानकारियाँ सामने आएंगी। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि कुछ लोग इस हमले में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) को घसीटने की कोशिश करते हैं, लेकिन ये सारे प्रयास सच्चाई से भटकाने के लिए हैं।
26/11 हमला और पाकिस्तान की भूमिका
26 नवंबर 2008 को मुंबई पर हुआ आतंकवादी हमला भारत के इतिहास का एक सबसे बड़ा आतंकी हमला था, जिसमें 166 निर्दोष लोगों की जान गई थी और सैकड़ों घायल हुए थे। इस हमले में पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों की संलिप्तता पाई गई थी।
भारत ने इस मामले में सबूतों के साथ अंतरराष्ट्रीय मंच पर पाकिस्तान की भूमिका को उजागर किया था। अजमल कसाब, जो इस हमले में जीवित पकड़ा गया था, ने भारतीय अदालतों में पाकिस्तान से आए अन्य आतंकियों के साथ मिलीभगत की बात स्वीकार की थी।
डेविड हेडली की गवाही और जांच एजेंसियों की रिपोर्ट
डेविड कोलमैन हेडली, जो अमेरिका का नागरिक और लश्कर-ए-तैयबा का सहयोगी था, ने भी भारतीय अदालत में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए गवाही दी थी। उसने खुलकर बताया था कि कैसे पाकिस्तान में इन हमलों की योजना बनाई गई थी और कैसे ISI और लश्कर-ए-तैयबा ने इसका क्रियान्वयन किया।
दिग्विजय सिंह का पुराना बयान
2010 में दिग्विजय सिंह ने एक पुस्तक के विमोचन के दौरान यह दावा किया था कि 26/11 हमला एक “साजिश” भी हो सकती है जिसमें अन्य शक्तियों की भी भूमिका हो सकती है। उन्होंने इस दौरान एक लेखक की किताब का हवाला देते हुए कहा था कि आरएसएस जैसी संस्थाएं भी शक के दायरे में हो सकती हैं। इस बयान को लेकर तब भी विवाद हुआ था और अब एक बार फिर यह चर्चा में है।
फडणवीस का जवाब और राजनीतिक प्रतिक्रिया
फडणवीस ने इस तरह के बयानों को “बेबुनियाद” और “राष्ट्रविरोधी मानसिकता” से प्रेरित बताया। उन्होंने कहा, “हमारे पास पुख्ता सबूत हैं जो पाकिस्तान की भूमिका को साबित करते हैं। इस तरह की थ्योरीज़ केवल लोगों को भ्रमित करने के लिए फैलाई जाती हैं। मैं ऐसे बयानों का जवाब नहीं देना चाहता क्योंकि इससे केवल बेवजह का विवाद खड़ा होता है।”
इस बयान के बाद भाजपा और आरएसएस के नेताओं ने भी फडणवीस के बयान का समर्थन किया है। उन्होंने कांग्रेस से स्पष्टीकरण की मांग की है कि क्या पार्टी आधिकारिक रूप से दिग्विजय सिंह के इस बयान से सहमत है।
26/11 जैसे गंभीर आतंकी हमले को लेकर किसी भी तरह की झूठी थ्योरी और राजनीति न केवल शहीदों का अपमान है, बल्कि इससे जांच एजेंसियों की मेहनत पर भी सवाल उठते हैं। फडणवीस का यह बयान स्पष्ट करता है कि आतंक के खिलाफ लड़ाई में कोई समझौता नहीं किया जा सकता, और सच्चाई को तोड़-मरोड़ कर पेश करने वालों को जवाब जरूर मिलना चाहिए।
Maharashtra CM Devendra Fadnavis has criticized Congress leader Digvijaya Singh over his controversial 2010 remarks about the 26/11 Mumbai attacks. Fadnavis reaffirmed that the entire 26/11 conspiracy was planned in Pakistan, as confirmed by Ajmal Kasab’s execution and David Headley’s testimony in Indian courts. Rejecting any RSS conspiracy theory, he called Singh’s statements baseless and irresponsible. This strong response from Fadnavis aims to clarify misinformation about the Mumbai attacks and re-establish the confirmed Pakistan link.