Maharashtra Railway Projects: ₹1.73 Lakh Crore Investment and Gondia-Balharshah Line Doubling Approved
महाराष्ट्र को रेलवे में बड़ी सौगात: गोंदिया-बल्लारशाह लाइन डबलिंग सहित ₹1.73 लाख करोड़ के प्रोजेक्ट
AIN NEWS 1: केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण घोषणा करते हुए बताया कि महाराष्ट्र को रेलवे के क्षेत्र में अभूतपूर्व निवेश प्राप्त हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राज्य को ₹1.73 लाख करोड़ के रेलवे प्रोजेक्ट्स दिए गए हैं, जो राज्य के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने में एक ऐतिहासिक कदम है।
गोंदिया-बल्लारशाह रेलवे लाइन डबलिंग को मिली मंजूरी
रेल मंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री ने हाल ही में महाराष्ट्र की गोंदिया-बल्लारशाह रेलवे लाइन को डबल करने की योजना को स्वीकृति दे दी है। यह योजना 240 किलोमीटर लंबे इस रूट के डबलिंग कार्य के लिए ₹4,819 करोड़ की लागत से पूरी की जाएगी। यह परियोजना केवल महाराष्ट्र के लिए ही नहीं बल्कि पूरे देश के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह उत्तर और दक्षिण भारत के बीच यात्री और माल परिवहन को मजबूत करने में सहायक होगी।
कनेक्टिविटी में सुधार से विकास को मिलेगा बढ़ावा
रेलवे मंत्री वैष्णव ने कहा कि इस परियोजना के पूरा होने से क्षेत्र की कनेक्टिविटी में जबरदस्त सुधार होगा। विशेष रूप से जो जिले आकांक्षी जिलों की श्रेणी में आते हैं, उन्हें तेज़ी से विकास के अवसर मिलेंगे। यह लाइन मध्य भारत को दक्षिण भारत से जोड़ने वाले प्रमुख मार्गों में से एक है, और इसका डबलिंग कार्य न केवल मालगाड़ियों के संचालन को गति देगा, बल्कि यात्रियों को भी बेहतर और समय पर सेवाएं मिलेंगी।
महाराष्ट्र को अभूतपूर्व रेलवे समर्थन
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में महाराष्ट्र को रेलवे क्षेत्र में पहले कभी न देखा गया समर्थन मिला है। कुल ₹1.73 लाख करोड़ की राशि रेलवे परियोजनाओं के लिए आवंटित की गई है, जिनमें कई मेगा प्रोजेक्ट्स शामिल हैं। इनमें मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन और डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (विशेष मालवाहक गलियारा) जैसी परियोजनाएं शामिल हैं, जो देश के परिवहन क्षेत्र को आधुनिक स्वरूप देने में सहायक होंगी।
चालू वित्त वर्ष में ही ₹23,000 करोड़ से अधिक का आवंटन
केवल चालू वित्त वर्ष में ही महाराष्ट्र को ₹23,000 करोड़ से अधिक की रेलवे परियोजनाओं का आवंटन किया गया है। यह दर्शाता है कि केंद्र सरकार राज्य के इंफ्रास्ट्रक्चर विकास को लेकर कितनी गंभीर है। इन परियोजनाओं में नए रेलवे स्टेशन का निर्माण, मौजूदा स्टेशनों का आधुनिकीकरण, नए रेल मार्ग, विद्युतीकरण, ब्रॉड गेज परिवर्तन, और सिग्नलिंग सिस्टम का सुधार शामिल है।
बुलेट ट्रेन: भारत की गति को नई दिशा
मुंबई से अहमदाबाद तक बनने वाली बुलेट ट्रेन परियोजना भारत के लिए एक बड़ा तकनीकी और इंफ्रास्ट्रक्चर उन्नयन है। इस परियोजना से न केवल दो प्रमुख शहरों के बीच यात्रा का समय घटेगा, बल्कि यह पूरे पश्चिमी भारत की अर्थव्यवस्था को रफ्तार देगा। यह परियोजना जापानी तकनीक के सहयोग से बनाई जा रही है और आने वाले वर्षों में यह भारत की शान बनेगी।
डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर से उद्योग को मिलेगा लाभ
डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (DFC) एक विशेष परियोजना है जिसका उद्देश्य केवल मालगाड़ियों के लिए एक अलग मार्ग बनाना है, जिससे यात्रियों की ट्रेनें भी प्रभावित न हों और माल ढुलाई भी तेज़ हो सके। यह परियोजना महाराष्ट्र के व्यापार, औद्योगिक गतिविधियों और लॉजिस्टिक्स सेक्टर को मजबूती देगी।
नौकरी और आर्थिक विकास को मिलेगा बढ़ावा
इतने बड़े स्तर पर रेलवे निवेश से राज्य में हज़ारों नई नौकरियां पैदा होंगी, जिनमें इंजीनियरिंग, निर्माण, ऑपरेशन और मेंटेनेंस जैसे क्षेत्रों में अवसर होंगे। इसके अलावा, नए रेलवे रूट्स और कनेक्टिविटी बढ़ने से छोटे कस्बों और ग्रामीण इलाकों को बाजारों से जोड़ने में मदद मिलेगी, जिससे स्थानीय व्यापार को बढ़ावा मिलेगा।
महाराष्ट्र को मिल रही इन रेलवे परियोजनाओं से यह स्पष्ट है कि राज्य को केंद्र सरकार से जबरदस्त समर्थन मिल रहा है। ये योजनाएं न केवल ट्रांसपोर्ट सिस्टम को बेहतर बनाएंगी, बल्कि आर्थिक विकास, रोजगार और क्षेत्रीय संतुलन को भी मजबूत करेंगी। रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव की इस घोषणा से राज्य में उम्मीदों की नई किरण जगी है।
Maharashtra has received a massive boost in railway infrastructure under the leadership of Prime Minister Narendra Modi. Union Railways Minister Ashwini Vaishnaw recently announced the approval of ₹4,819 crore for the doubling of the 240 km Gondia-Balharshah railway line, which will significantly improve passenger and freight connectivity across northern and southern India. With a total railway investment of ₹1.73 lakh crore, including the Mumbai-Ahmedabad bullet train and the dedicated freight corridor, Maharashtra stands as a key beneficiary of Indian Railways’ modernization push.