AIN NEWS 1Gorakhpur : कोतवाली इलाके में पुलिस द्वारा वाहन चेकिंग के दौरान पकड़ी गई कुल 85 लाख की रकम में 50 लाख की हेराफेरी का मामला सामने आ रहा है। इस पूरे मामले मे पुलिस पर ही आरोप है कि उसने हवाला के धंधेबाज से कुल 85 लाख रुपये पकड़े, लेकिन उसे उन्होने 35 लाख वापस कर उसका एनकाउंटर करने की धमकी देकर छोड़ दिया।हालांकि धंधेबाज ने इस मामले मे कोई शिकायत भी दर्ज नहीं की है, लेकिन यह पूरा मामला जैसे ही संज्ञान में आया तो एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने बेनीगंज के चौकी इंचार्ज आलोक सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर विभागीय जांच के निर्देश भी दिए हैं।
इस पूरे घटनाक्रम मे एसएसपी ने विभागीय जांच के निर्देश दिए हैं, लेकिन इस मामले में कोई लिखा-पढ़ी नहीं होने और किसी वादी के सामने नहीं आने की वजह से अभी तक इस पूरे प्रकरण मे कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की जा सकी है।
और तो और अभी तक न ही पुष्टि हो सकी है कि आख़िर रकम कितनी थी और इसमें कितने की हेराफेरी हुई है। ऐसा इसलिए कि बरामदगी अभी तक एक रुपये की भी नहीं हो सकी है।जानकारी के मुताबिक, शाहमारूफ में दुकान चलाने वाला एक व्यापारी कुछ हवाला के धंधे से जुड़ा हुआ है। चर्चा है कि वह देवरिया जिले के एक बड़े प्रभावशाली जनप्रतिनिधि के रुपये लेकर रविवार को नेपाल बॉर्डर पर किसी और को देने के लिए निकला था। इस दौरान किसी मुखबिर के जरिए पुलिस को सूचना मिली कि उसकी गाड़ी से 85 लाख रुपये लाए जा रहे हैं।
इस सूचना पर ही बेनीगंज चौकी प्रभारी आलोक सिंह ने उनकी चेकिंग की। इस दौरान एक कार से ये रुपये बरामद भी कर लिए गए। लेकिन, उन्होंने इसकी सूचना न तो अपने थानेदार को दी और न ही किसी और अन्य बड़े अफसर को। इस आरोपी को भी उन्होने बिना लिखा-पढ़ी के ही छोड़ भी दिया। इस पूरे घटनाक्रम मे बताया जा रहा है कि चौकी इंचार्ज का इसके पीछे का तर्क है कि एक पैरवी पर उस धंधेबाज को छोड़ा, लेकिन इसके बाद से ही पुलिस पर कुल 50 लाख रुपये की हेराफेरी का आरोप भी लगने लगा। अफसरों तक को यह बताया गया कि 85 लाख रुपये में से कुल 50 लाख पुलिस ने रख लिए और धंधेबाज को एनकाउंटर की धमकी देते हुए कुल 35 लाख रुपये लौटाकर उसे भगा दिया।चर्चा है कि हवाला के रुपये होने की वजह से ही इस धंधेबाज ने भी इस डर से शिकायत नहीं की कि कही आयकर समेत अन्य कई सारी जांच भी हो सकती है। खबर है कि पुलिस की एक टीम इस पूरे प्रकरण की अभी गोपनीय जांच कर रही है।
इस मामले मे ही एसएसपी गौरव ग्रोवर ने बताया कि पुलिस के पास किसी ने भी रुपयों की हेराफेरी से संबंधित कोई शिकायत नहीं की है। दरोगा की लापरवाही का यह पूरा मामला सामने आया है, जिस आधार पर उन्हें निलंबित भी कर दिया गया है विभागीय जांच के निर्देश दे दिए गए हैं।