AIN NEWS 1 कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर से एक बेहद ही चौंकाने वाली घटना अभी प्रकाश में आ रही है। शनिवार देर रात को धर्मांतरण के लिए दो बसों में कई सारे लोगों को भरकर उन्नाव लेकर जाया जा रहा था। जिसकी भनक कुछ बजरंगदल के कार्यकर्ताओं को लग गई। उन्होंने तत्काल पुलिस की मदद से इन दोनों बसों को रुकवा लिया। इन बस में 80 लोग सवार थे, जांच में पता चला कि नौकरी और 50 हजार रुपए कैश देने का इन्हे प्रलोभन दिया गया था। फिलहाल पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है।नवाबगंज थाना क्षेत्र मे स्थित गंगा बैराज चौकी के वोट क्लब के पास ही पुलिस ने इन बस को रोका था। इस बस में कमजोर पक्ष की बड़ी संख्या में महिलाएं और पुरूष भी मौजूद थे। पुलिस की पूछताछ में साफ़ पता चला कि बस में कुल 80 लोग सवार थे। इन्हें धर्मांतरण के लिए ही उन्नाव लेकर जाया जा रहा था।
इन सभी का उन्नाव में होना था धर्मांतरण
इस पूरे घटनाक्रम में एसीपी कर्नलगंज महेश कुमार के मुताबिक पुलिस को यह सूचना मिली थी कि कमजोर वर्ग के लोगों को दो बसों में भरकर ले जाएंगे। इनका उन्नाव में लेजाकर किसी विशेष स्थान पर धर्मांतरण कराने का उद्देश्य था। पुलिस ने पहले से ही इनकी चेकिंग लगा रखी थी। इसी दौरान देर रात लगभग 2 बजे वहा दो बसें आईं। इन बस मे सवार संजय बाल्मिकि ने बताया कि हम लोगों को धर्म परिर्वतन कराने के लिए ले कर जाया जा रहा था।
इन्हे प्रतिमाह 50 हजार देने का दिया गया था प्रलोभन
इस पूरे घटनाक्रम मे ईसाई धर्म के अपनाने पर प्रतिमाह इन्हे 50 हजार रुपए और नौकरी देने का भी प्रलोभन दिया गया था। उन्नाव के नवाबगंज में ही सभी का धर्मांतरण होना था। पुलिस संजय बाल्मिकि से तहरीर लेकर दीपक मोरिस, विलियम्स साइमंड के खिलाफ अब मुकदमा दर्ज किया गया है। धर्म परिवर्तन अधिनियम के तहत ही इस मामले मे कार्रवाई की गई है।