AIN NEWS 1: हाल ही में जिले के पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ हुई बैठक में एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा ने समाज में बढ़ते नशे के मामलों पर कड़ा रुख अपनाया और जमकर नाराजगी जताई। एसएसपी ने कहा कि नशे के सौदागर समाज के युवाओं को नशे की जाल में फंसा रहे हैं, जो न सिर्फ उनके परिवारों को बल्कि समग्र समाज को भी नुकसान पहुंचा रहे हैं। उन्होंने पुलिस अधिकारियों से कहा कि वे इस गंभीर समस्या को प्राथमिकता से हल करें और नशे के खिलाफ अभियान को और तेज करें।
नशे के खिलाफ सख्त संदेश
एसएसपी मीणा ने बैठक के दौरान कहा, “आप लोगों की आत्मा मर चुकी है, लेकिन मेरी नहीं। कम से कम नशे के मामले में तो बिल्कुल भी नहीं।” उन्होंने पुलिस अधिकारियों से अपील की कि वे इस मुद्दे पर गंभीरता से काम करें और यह सुनिश्चित करें कि नशे के कारोबारियों को कड़ी सजा मिले। एसएसपी ने यह भी कहा कि नशे के सौदागर दूसरों का घर खराब कर रहे हैं और युवाओं की नस्ल को बर्बाद कर पैसे कमा रहे हैं, जबकि पुलिस तमाशा देख रही है।
उन्होंने पुलिस अधिकारियों को यह निर्देश दिए कि वे नशे की जड़ से नष्ट करने के लिए हर संभव कदम उठाएं और पीड़ित परिवारों को यह विश्वास दिलाएं कि पुलिस उनके साथ है। एसएसपी ने मातहतों से कहा कि वे इस अभियान में तेजी से जुड़ें और नशे के खिलाफ ठोस कार्रवाई करें। उन्होंने अधिकारियों को यह चेतावनी भी दी कि अगर कार्रवाई में किसी प्रकार की रुकावट आए तो वे सीधे उनसे संपर्क कर सकते हैं।
नशे के कारोबारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई
एसएसपी मीणा ने स्पष्ट रूप से कहा कि जिले की पुलिस को नशे के मामलों को गंभीरता से लेना चाहिए और नशे के कारोबारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अब वक्त आ गया है जब पुलिस को यह साबित करना होगा कि वह नशे के खिलाफ संघर्ष करने में सक्षम है। पुलिस को इस अभियान में पूरी तत्परता के साथ जुटना चाहिए और इसे समाज में एक उदाहरण बनाना चाहिए।
ऑनलाइन होटल बुकिंग में सावधानी बरतें
एसएसपी ने सैलानियों और यात्रियों से भी एक अहम अपील की। उन्होंने कहा कि जब भी वे ऑनलाइन होटल बुकिंग करें, तो सावधानी बरतें। अग्रिम आरक्षण से पहले होटल की पूरी जांच-पड़ताल करें और पेमेंट के लिए सुरक्षित गेटवे का इस्तेमाल करें। उन्होंने सलाह दी कि केवल विश्वसनीय वेबसाइट्स पर ही बुकिंग करें और ऑनलाइन रिव्यूज को जरूर पढ़ें। अगर कोई ठगी का शिकार हो जाए, तो वे तुरंत 1930 नंबर या cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज कराएं।
एसएसपी के इन निर्देशों को जिला पुलिस के फेसबुक पेज पर साझा किया गया है, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।