AIN NEWS 1: सहारनपुर के अंबेहटा पीर क्षेत्र में 21 दिसंबर की रात को एक जनसेवा केंद्र (मिनी बैंक) में हथियारबंद बदमाशों ने लूट की। घटना के दौरान चार नकाबपोश बदमाश दो बाइकों पर सवार होकर आए। उनमें से दो ने कर्मचारियों पर बंदूक तानकर कैश की दराज खाली करवा ली। बदमाश 1.5 लाख रुपए लेकर फरार हो गए। घटना जनसेवा केंद्र के सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई।
वीडियो में आरोपी का बयान:
25 हजार के इनामी लुटेरे विन्नी नागर ने सोशल मीडिया पर वीडियो अपलोड कर स्वीकार किया कि वह लूट में शामिल था। विन्नी के मुताबिक, घटना में वह और उसके छह साथी शामिल थे। उसने दावा किया कि पुलिस ने लूट के मामले में निर्दोष युवकों को गिरफ्तार कर उनके पैरों में गोली मार दी।
पुलिस कार्रवाई पर सवाल:
घटना के बाद पुलिस ने 27 दिसंबर को तीन अलग-अलग मुठभेड़ों में निखिल, जुनैद, और अभिषेक नाम के युवकों को पकड़ा और उनके पैरों में गोली मारी। चौथे युवक इस्तखार को गिरफ्तार कर लिया गया। विन्नी का कहना है कि निखिल और इस्तखार निर्दोष हैं और उन्हें झूठे आरोपों में फंसाया गया।
विन्नी नागर का कबूलनामा:
विन्नी ने वीडियो में पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए। उसने कहा कि जनसेवा केंद्र से केवल 6,900 रुपए लूटे गए थे, जबकि पुलिस ने इसे डेढ़ लाख रुपए दिखाया। साथ ही, उसने अपने आपराधिक इतिहास का हवाला देते हुए कहा कि पुलिस उसे और उसके साथियों को झूठे मामलों में फंसा रही है।
पुलिस का पक्ष:
एसपी देहात सागर जैन ने बताया कि विन्नी नागर पर पहले से ही 19 मुकदमे दर्ज हैं और वह 25 हजार का इनामी बदमाश है। घटना के बाद विन्नी समेत चार आरोपी फरार हैं, जिनकी गिरफ्तारी के लिए 50 हजार का इनाम घोषित किया जाएगा।
सीसीटीवी से मिली जानकारी:
सीसीटीवी फुटेज में दिखा कि बदमाशों ने हुडी पहनी थी। उनके पास हथियार थे और उन्होंने जनसेवा केंद्र के कर्मचारियों को धमकाकर पैसे लूटे। लूट के बाद कर्मचारी शुभम जैन ने बदमाशों का पीछा किया, लेकिन वे भागने में कामयाब रहे।
राजनीतिक प्रतिक्रिया:
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया और यूपी की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि राज्य अपराध करने में “नंबर-1” बन गया है।
इस घटना ने एक बार फिर पुलिस की कार्रवाई और राज्य की कानून-व्यवस्था को कटघरे में खड़ा कर दिया है। वहीं, पुलिस अब भी फरार आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है।