उत्तर प्रदेश:इंस्पेक्टर ने फरियादी के सामने रखी डिमांड ! 50 हजार रुपये दो, खाली करा दूंगा तुम्हारा जर्जर मकान..,

कानपुर में ही अब एक पुलिस इंस्पेक्टर द्वारा फरियादी को जानबुझकर किया परेशान | मामला सामने आने के बाद पता चला। इंस्पेक्टर ने उससे जर्जर मकान को खाली कराने के एवज में मांगे थे 50 हजार रुपये घूस मांगे।

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AIN NEWS 1:उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक पुलिस द्वारा एक फरियादी को जानबुझकर परेशान करने का गम्भीर मामला सामने आया है। इस पूरे मामले में इंस्पेक्टर राम जनम गौतम ने इस फरियादी नरेंद्र गुप्ता से थाने के खूब सारे चक्कर लगवाए। और उसके बाद थक चुके नरेंद्र से बाद में इस इंस्पेक्टर ने कहा, ‘पचास हजार रुपये लाओ, तुम्हारा यह जर्जर मकान खाली करा दूंगा। और तुम्हारी एफआईआर भी दर्ज कर लूंगा और तुम्हारे पक्ष में ही रिपोर्ट भी लगा दूंगा।’ एंटी करप्शन की टीम ने जब उससे पूछताछ शुरू की तो यह बात खुल कर सामने आ गई कि उसने ही मकान खाली कराने का पीड़ित से ठेका लिया था।ये पूरा मामला ही कराचीखाना थाना क्षेत्र का बताया जा रहा है। यहां आपकों बता दें नाराणजी प्लाजा निवासी नरेंद्र गुप्ता ने कलक्टरगंज क्षेत्र में अपना एक मकान खरीदा था जो काफ़ी जर्जर था। वहां पर पहले से ही किराएदार भी बसे हुए थे। नरेंद्र जब 3 अक्टूबर को अपना मकान खाली कराने पहुंचे तो वहां उनका उन किराएदारों से ही विबाद हो गया। उस समय मौके पर हुई बदसलूकी की रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए वो थानेदार को अपनी तहरीर देने गए । तो तहरीर के मिलने के बाद भी इंस्पेक्टर रामजनम गौतम ने उसे अपने पास ही दबा लिया। और कुछ समय बाद कोई कार्रवाई नहीं हुई को लेकर नरेंद्र ने पूछा तो इस इंस्पेक्टर ने 50 हजार रुपये की उनसे मांग कर दी।इस पर फरियादी नरेंद्र गुप्ता पुलिस एंटी करप्शन यूनिट पर पहुंच गए जहां उन्होंने जेसीओ जेएस सिंह से इस इंस्पेकटर की शिकायत की। इसके बाद इंस्पेक्टर एंटी करप्शन एकता त्यागी के नेतृत्व में एक ट्रैप करने की योजना बनी। और मंगलवार की रात दस बजे नरेंद्र गुप्ता को इस टीम ने पैसे देकर भेजा। फरियादी इंस्पेक्टर के आवास पर जब पैसे लेकर पहुंचा और इंस्पेक्टर पैसे लेने लगा तभी एंटी करप्शन टीम ने उसे मौके पर ही धर दबोचा।

पहली तैनाती में ही ले ली थी रिश्वत

यहां आपकों बता दें इंस्पेक्टर के रूप में प्रमोशन होने के बाद उसने पहली तैनाती में ही राम जनम गौतम ने रिश्वत ले ली थी। सिर्फ 11 महीने में सात-आठ मामलों को लेकर वह विवादों में भी रहा । राम जनम गौतम का प्रमोशन साल 2022 में ही हुआ थी। 16 नवंबर 2022 में इंस्पेक्टर पद पर उनकी पहली तैनाती ही थाना कलक्टरगंज में ही हुई। थाने में ही आई एक पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर तैयार की गई एक रिपोर्ट में कुछ गलत तथ्य अंकित कर दिए गए थे। वहीं, तमाम व्यापारियों ने उनसे अभद्र व्यवहार करने की शिकायत ऊपर तक भी पहुंचाई लेकिन इस इंस्पेक्टर का कुछ भी नहीं हुआ।

यहां आपकों बता दें इंस्पेक्टर बनने से पहले सब इंस्पेक्टर के रूप में भी कई आरोप लगे थे। इसमें सीसामऊ में एक मकान को कब्जाने का मामला भी शामिल है। राम जनम गौतम को इस बात का पूरा गुमान हो गया था कि उसका ऊपर के अधिकारी कुछ भी नहीं बिगाड़ सकते।

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