Delhi CM Rekha Gupta Inspects Major Drains Amid Yamuna Cleaning Efforts
यमुना सफाई के लिए दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता ने किया नालों का निरीक्षण, जमीनी काम को बताया प्राथमिकता
AIN NEWS 1: दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने आज राजधानी के विभिन्न बड़े नालों का निरीक्षण किया। यह दौरा यमुना नदी की सफाई को लेकर चल रहे काम के तहत किया गया। सीएम ने बताया कि दिल्ली में यमुना में गिरने वाले सभी 22 बड़े नालों की सिल्ट सफाई (desilting) का कार्य तेजी से चल रहा है और इसे लेकर सरकार लगातार निगरानी कर रही है।
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा, “जब लोग यह सवाल उठाते हैं कि यमुना की सफाई को लेकर सरकार क्या कर रही है, तो मैं स्पष्ट करना चाहती हूं कि हम पूरी गंभीरता से काम कर रहे हैं। राजधानी में यमुना में गिरने वाले सभी 22 बड़े नालों की सिल्ट सफाई का कार्य चल रहा है, और हम इसकी प्रगति पर लगातार नजर रखे हुए हैं।”
ज़मीनी स्तर पर काम कर रही है सरकार
सीएम ने पिछली सरकारों पर कटाक्ष करते हुए कहा, “पहले की सरकारें एसी कमरों में बैठकर काम करती थीं, लेकिन हमारी सरकार जमीनी स्तर पर काम कर रही है। हम खुद साइट पर जाकर स्थिति का जायजा ले रहे हैं, अधिकारियों से जानकारी ले रहे हैं और सुनिश्चित कर रहे हैं कि हर स्तर पर पारदर्शिता और जवाबदेही बनी रहे।”
रेखा गुप्ता के अनुसार, दिल्ली की जनता को साफ-सुथरा वातावरण देने और यमुना को प्रदूषण मुक्त करने की दिशा में सरकार ने कई ठोस कदम उठाए हैं। नालों की सफाई, अवैध कनेक्शन को रोकना, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट्स (STP) को अपग्रेड करना, और कचरे की निगरानी – इन सभी पर काम हो रहा है।
यमुना की सफाई क्यों है जरूरी?
यमुना नदी दिल्ली की जीवनरेखा है, लेकिन पिछले कई दशकों में इसमें प्रदूषण का स्तर बहुत बढ़ गया है। घरेलू और औद्योगिक अपशिष्ट, सीवेज और अवैध कनेक्शन से यमुना की हालत खराब हुई है। नदी की सफाई केवल पर्यावरण की दृष्टि से ही नहीं, बल्कि दिल्ली के स्वास्थ्य और भविष्य के लिए भी अत्यंत आवश्यक है।
सरकार का यह प्रयास है कि यमुना में गिरने वाले नालों को पहले साफ किया जाए, ताकि नदी में गंदगी पहुंचना बंद हो। इसके बाद बाकी स्तरों पर काम किया जाएगा जैसे कि सीवेज ट्रीटमेंट, रिवरफ्रंट डेवलपमेंट और अवेयरनेस अभियान।
22 बड़े नालों की सफाई का काम
दिल्ली में यमुना में गिरने वाले 22 बड़े नालों की पहचान की गई है, जिनमें सबसे ज्यादा गंदा पानी बहकर आता है। इन नालों में सिल्ट और गाद जमा हो गई थी, जिससे जल प्रवाह बाधित हो रहा था और गंदगी नदी में जा रही थी।
अब इन सभी नालों की सफाई का काम चल रहा है। मशीनों के माध्यम से सिल्ट हटाई जा रही है, पाइपलाइन की जांच की जा रही है और ब्लॉकेज हटाए जा रहे हैं। इस काम की निगरानी खुद मुख्यमंत्री और संबंधित विभाग कर रहे हैं।
पारदर्शिता और निगरानी
सीएम गुप्ता ने बताया कि सभी कामों की रियल टाइम रिपोर्टिंग की जा रही है। एक विशेष निगरानी टीम बनाई गई है जो हर दिन नालों की सफाई की स्थिति का फीडबैक सरकार को देती है। इसके अलावा, स्थानीय पार्षदों और नागरिकों से भी सुझाव लिए जा रहे हैं, जिससे काम में और पारदर्शिता लाई जा सके।
भविष्य की योजना
सरकार की योजना है कि केवल नालों की सफाई तक ही सीमित न रहकर एक स्थायी समाधान निकाला जाए। इसके लिए दीर्घकालिक योजना बनाई जा रही है, जिसमें हर क्षेत्र में छोटे-छोटे वाटर ट्रीटमेंट यूनिट्स स्थापित किए जाएंगे। इसके अलावा, जल संरक्षण, वर्षा जल संचयन और ग्रीन बेल्ट्स को बढ़ावा देने की भी योजना है।
जनता से सहयोग की अपील
मुख्यमंत्री ने दिल्लीवासियों से अपील की कि वे भी इस अभियान में सहयोग करें। “जब तक हम सभी मिलकर यमुना की सफाई का संकल्प नहीं लेंगे, तब तक परिवर्तन संभव नहीं है। कृपया नालियों में कचरा न डालें, अवैध कनेक्शन से बचें और स्वच्छता बनाए रखें,” उन्होंने कहा।
Delhi CM Rekha Gupta has taken a proactive step in the Yamuna river cleaning mission by personally visiting major drains across Delhi. These inspections aim to oversee the ongoing desilting work on 22 major drains that directly discharge into the Yamuna. Unlike previous administrations, CM Rekha Gupta emphasized the importance of on-ground governance and real-time monitoring. The Delhi government’s focus on river Yamuna cleaning, drain inspection, and environmental protection highlights a committed approach toward reducing Yamuna pollution and improving Delhi’s drainage infrastructure.