Kainchi Dham Mock Drill: 2 Terrorists ‘Killed’, 3 Caught Alive in Nainital Terror Simulation
नैनीताल के कैंची धाम में मॉक ड्रिल: 2 ‘आतंकी’ ढेर, 3 गिरफ्तार, सुरक्षा एजेंसियों की तत्परता का परीक्षण
AIN NEWS 1: उत्तराखंड के नैनीताल जिले में स्थित प्रसिद्ध धार्मिक स्थल कैंची धाम में शनिवार को एक उच्च स्तरीय मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इस मॉक ड्रिल का उद्देश्य आतंकवादी हमले जैसी आपात स्थिति में सुरक्षा एजेंसियों की तत्परता, तालमेल और प्रतिक्रिया समय का आकलन करना था।
ड्रिल की रूपरेखा
मॉक ड्रिल की योजना के अनुसार, पुलिस को इनपुट मिला कि 5 संदिग्ध आतंकवादी कैंची धाम क्षेत्र में घुसपैठ कर सकते हैं। सूचना मिलते ही क्षेत्र को हाई अलर्ट पर रखा गया और सभी सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट कर दिया गया।
जिन एजेंसियों ने भाग लिया:
पुलिस विभाग
एसडीआरएफ (राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल)
एटीएस (एंटी टेररिस्ट स्क्वाड)
क्यूआरटी (त्वरित प्रतिक्रिया टीम)
अग्निशमन विभाग (Fire Department)
इन सभी एजेंसियों ने एक संपूर्ण तालमेल के साथ मिलकर कार्रवाई को अंजाम दिया।
मॉक ऑपरेशन में कार्रवाई
ड्रिल के दौरान, तय रणनीति के अनुसार 2 ‘आतंकवादियों’ को मुठभेड़ में मार गिराया गया, जबकि 3 आतंकियों को जिंदा पकड़ लिया गया। इस पूरे ऑपरेशन को वास्तविकता के बेहद करीब रखते हुए अंजाम दिया गया।
नेतृत्व और पर्यवेक्षण
मॉक ड्रिल का संचालन एसपी क्राइम डॉ. जगदीश चंद्र और सीओ प्रमोद साह के नेतृत्व में किया गया। दोनों अधिकारियों ने इस ऑपरेशन को शुरू से अंत तक मॉनिटर किया, ताकि कमियों की पहचान की जा सके और उन्हें भविष्य में सुधारा जा सके।
सुरक्षा की दृष्टि से क्यों थी यह ड्रिल जरूरी?
इस समय भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव का माहौल है और खुफिया रिपोर्टों में संभावित हमलों की आशंका जताई गई है। ऐसे में नैनीताल जैसे धार्मिक और भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पहले से तैयारी करना आवश्यक हो जाता है।
कोतवाल उमेश मलिक ने बताया कि,
“यह मॉक ड्रिल सुरक्षा की दृष्टि से बहुत आवश्यक थी। इससे हमारी तैयारियों का मूल्यांकन हुआ और आत्मविश्वास बढ़ा कि हम किसी भी आपात स्थिति से निपट सकते हैं।”
स्थानीय लोगों की भूमिका
इस मॉक ड्रिल के चलते कुछ समय के लिए कैंची धाम क्षेत्र में सामान्य गतिविधियों पर असर पड़ा, लेकिन स्थानीय लोगों को पहले ही सूचित कर दिया गया था। लोगों ने सहयोगपूर्ण रवैया दिखाया और ड्रिल में कोई अव्यवस्था नहीं हुई।
ड्रिल के फायदे
सुरक्षा एजेंसियों के बीच तालमेल की परीक्षा हुई।
वास्तविक आपातकाल जैसी परिस्थिति में प्रतिक्रिया की गति और क्षमता का मूल्यांकन हुआ।
भविष्य के लिए सुधार और रणनीति निर्माण में मदद मिलेगी।
कुल मिलाकर, कैंची धाम में आयोजित यह मॉक ड्रिल सुरक्षा के लिहाज से एक महत्वपूर्ण कदम था। यह दर्शाता है कि नैनीताल पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियां किसी भी संभावित आतंकी खतरे से निपटने के लिए तैयार हैं। ऐसी ड्रिल्स न केवल व्यावहारिक अभ्यास देती हैं, बल्कि सुरक्षा में जनभागीदारी और विश्वास को भी बढ़ावा देती हैं।
A mock drill simulating a terror attack was conducted at Kainchi Dham in Nainital, Uttarakhand, involving SDRF, ATS, fire department, and police forces. This anti-terror exercise was aimed at evaluating the preparedness and coordination of multiple security agencies. In the drill, two ‘terrorists’ were killed and three were captured alive. The Nainital police led the operation under high alert conditions, making it a crucial security measure in response to rising Indo-Pak tensions.