उत्तर प्रदेश: गाजियाबाद में चैंबर में घुस कर वकील की हत्या, 2 हमलावरों ने खाना खाते समय वकील की कनपटी पर मारी गोली!

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AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में बुधवार को कोर्ट के चैंबर में घुसकर ही वकील को गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस पूरी वारदात के वक्त वह अपने ही चैंबर में बैठकर खाना खा रहे थे। तभी वहां पर दो हमलावर आए। ओर उन्होंने इस वकील की कनपटी पर पिस्तौल रख कर गोली मारी और वहा से फरार हो गए। इस वकील की मौके पर ही मौत हो गई है। इस घटना का जैसे ही वहा पर पता चला वैसे ही बड़ी संख्या में वहा पर वकील इकट्ठा हो गए हैं। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर इसकी जांच की शुरुआती जांच में इस मृतक वकील के साले पर ही इस हत्या का शक जा रहा है। उत्तर प्रदेश में वकीलों के प्रदर्शन के चलते आज पूरे तहसील में ही काफी पुलिस फोर्स भी तैनात थी। इसके बावजूद भी हमलावर इस हत्या को करके फरार हो गए। इससे पुलिस सुरक्षा पर ही सवाल खड़े हो रहे हैं।

वहीं, गाज़ियाबाद पुलिस के मुताबिक, CCTV फुटेज में दो संदिग्ध युवक कैद हुए हैं। ये दोनों ही दोपहर करीब 1:38 बजे अपने मुंह पर रुमाल बांधकर बाइक से तहसील में घुसे थे। पुलिस इन दोनों संदिग्ध युवकों की अब तलाश कर रही है। यह पूरा मामला सिहानी गेट थाना क्षेत्र की सदर तहसील का ही बताया जा रहा है। इस मामले में साले पर ही इस हत्या का शक है, पुलिस उसकी तलाश कर रही हैं इस वारदात से वकीलों में काफ़ी ज्यादा गुस्सा है। वकीलों के हंगामे की पूरी आशंका के चलते ही कई थानों की फोर्स तहसील परिसर के आसपास मे ही तैनात कर दिया गया है। हत्या किस वजह से हुई, यह अभी पूरी तरह से स्पष्ट नहीं हो पाया है।

हालांकि इसकी शुरुआती जांच में पता चला है कि इस मनोज चौधरी का अपने बहनोई से ही कोई विवाद चल रहा था। इस वारदात के बाद से वह भी लापता है। इसलिए उसी पर इस पूरे वारदात का शक है। फिलहाल तो पुलिस टीमें उसको खोज रही हैं। यह मनोज चौधरी तहसील बार एसोसिएशन का चुनाव भी लड़ चुके थे।

तहसील परिसर में मच गई थी भगदड़

बुधवार को दोपहर करीब 2 बजे मनोज चौधरी (35) चैंबर नंबर-95 में बैठकर ही खाना खा रहे थे। उनके साथ ही चैंबर में तीन अन्य लोग भी बैठे थे। तभी 2 अज्ञात युवक उनके चैंबर में घुस आए। जब तक के कोई कुछ समझ पाता, उन्होंने अचानक मनोज चौधरी की कनपटी पर गोली मारी और वहां से भाग गए।इस वारदात के बाद से चैंबर में बैठे लोग चीखते हुए बाहर की ओर भागे। वहीं, इस गोली की आवाज सुनकर वहा पर भगदड़ मच गई। इस घटना का पता चलने पर एडिशनल पुलिस कमिश्नर दिनेश कुमार पी, DCP निपुण अग्रवाल तुरंत ही कई थानों की फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने इसकी जांच पड़ताल के बाद इस वकील का शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा है। वहा चैंबर में मौजूद अन्य लोगों से पूछताछ की जा रही है।

इस पूरे मामले में चश्मदीद बोला- हम कुछ समझ ही नहीं पाए 

सदर तहसील का ही चैंबर नंबर-95 मुनेश त्यागी का है। ओर वह गांव दुहाई के रहने वाले हैं और बैनामा लेखक हैं। इसी चैंबर में ही वकील मनोज चौधरी उर्फ मोनू बैठते थे। इस पूरी वारदात के चश्मदीद बैनामा लेखक मुनेश त्यागी हैं।

 

मुनेश त्यागी ने इस मामले में बताया, दोपहर करीब डेढ़ बजे के आसपास मैं, अधिवक्ता मनोज चौधरी, मुंशी जितेंद्र और गौरव खाना खा रहे थे। इस दौरान दो नकाबपोश बदमाश चैंबर में अचानक घुस आए। ओर उन्होंने मनोज चौधरी कनपटी में गोली मार दी और पैदल ही वहा से भाग गए। हम लोग कुछ समझ ही नहीं पाए। चंद सेकेंड में ही ये सारा घटनाक्रम हुआ।

उनके बहनोई पर ही इस हत्या करने का आरोप 

इस मृतक मनोज चौधरी उर्फ मोनू की बहन सरिता ने अपने पति और देवर पर ही इस हत्या करने का आरोप लगाया है। सरिता ने बताया, ‘पति से मेरा विवाद चल रहा है। इसी वजह से मैं भी 24 जून से अपने मायके में रह रही हूं। तीन दिन पहले ही मेरे पति और देवर ने भाई मनोज को धमकी दी थी।” मनोज गोविंदपुरम के ही रहने वाले थे। उनके परिवार में पत्नी और दो बच्चे भी हैं।

वारदात के समय मीटिंग में थे ज्यादातर वकील, तभी हुई वारदात

सदर तहसील बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक कुमार वर्मा ने इस मामले में बताया, हापुड़ वाले प्रकरण को लेकर आज सभी वकील हड़ताल पर चल रहे थे। इसी बीच हमारी एक मीटिंग चल रही थी। मीटिंग जैसे ही खत्म हुई हमें गोली चलने की सूचना मिली। जब तक हम मौके पर आए तो चैंबर के अंदर कुर्सी पर वकील मनोज चौधरी का शव पड़ा हुआ था। ज्यादातर वकील ही उस घटना के वक्त मीटिंग में मौजूद थे।

इस पूरे हत्याकांड में दो वकीलों सहित 5 रिश्तेदारों पर हुई FIR

DCP निपुण अग्रवाल ने इस मामले में बताया, अधिवक्ता मनोज चौधरी की पत्नी कविता चौधरी ने इस संबंध में कुल 5 लोगों के खिलाफ एक मुकदमा दर्ज कराया है। इसमें मृतक के जीजा अमित डागर, उसके भाई नितिन डागर, पिता मदन, अनुज और पालू को भी अभियुक्त बनाया गया है।इस हत्याकांड की वजह पारिवारिक कलह ही बताई गई है। अमित डागर जनवरी 2023 में ही अपनी मां पर गोली चलाने के आरोप में जेल भी जा चुका है। एक आरोपी अमित नोएडा में भी उसका भाई नितिन गाजियाबाद तहसील में ही प्रैक्टिस करता है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमें सभी जगह रवाना कर दी गई हैं।

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