AIN NEWS 1 | आगरा के अछनेरा थाने में तैनात एक दरोगा ने अपने थानाध्यक्ष पर गंभीर उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं। दरोगा सोबरन सिंह यादव का कहना है कि उन्होंने बेटी की सगाई के लिए केवल तीन दिन की छुट्टी मांगी थी, लेकिन थानाध्यक्ष विनोद मिश्रा ने उनका प्रार्थना पत्र फाड़ दिया और उन्हें भद्दी-भद्दी गालियां देकर थाने से भगा दिया।
दरोगा ने यह भी आरोप लगाया है कि जब उन्होंने इस पूरे मामले की शिकायत उच्च अधिकारियों से की, तो उन्हें ही सस्पेंड कर दिया गया। यह घटना पुलिस प्रशासन की कार्यशैली और संवेदनशील मामलों में आंतरिक राजनीति को उजागर करती है।
क्या है पूरा मामला?
दरोगा सोबरन सिंह यादव पिछले एक साल से अछनेरा थाने में तैनात हैं। उनका कहना है कि उन्हें अब तक किसी भी हल्के का चार्ज नहीं मिला है, और उनसे लगातार दिन-रात ड्यूटी करवाई जाती है।
17 अप्रैल को उन्हें धौलपुर भेजा गया और लौटते ही वीआईपी ड्यूटी पर लगा दिया गया। अगले दिन उनकी बेटी की सगाई थी, जिसके लिए उन्होंने तीन दिन की छुट्टी का आवेदन दिया।
लेकिन SHO विनोद मिश्रा ने उनका आवेदन पढ़ते ही फाड़ दिया और उन पर गुस्सा करते हुए गालियां दीं। सोबरन सिंह का कहना है कि SHO ने कहा, “डेढ़ लाख तनख्वाह लेते हो और कोई काम नहीं करते। पहले जयपुर में नोटिस तामील कराकर आओ, तब बात करना।”
उल्टा हुआ सस्पेंड
दरोगा ने जब यह घटना उच्च अधिकारियों को बताई और अपनी शिकायत दर्ज कराई, तो उन्हें ही सस्पेंड कर दिया गया। इससे आहत होकर उन्होंने एक वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया, जिसमें पूरी आपबीती बताई गई है।
वीडियो में उन्होंने साफ कहा कि उन्होंने कोई अनुशासनहीनता नहीं की बल्कि अपने परिवार के जरूरी कार्य के लिए छुट्टी मांगी थी। उन्होंने SHO पर बदसलूकी और मानसिक उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं।
अवैध खनन की जांच और खतरे का अंदेशा
दरोगा का कहना है कि उन्होंने कुछ समय पहले अवैध खनन करने वालों को पकड़ा था, लेकिन SHO ने उन्हें छोड़ दिया। बाद में उनके ऊपर जानलेवा हमला करवाने की कोशिश की गई। इस घटना के बाद दरोगा ने अपनी जान को खतरा बताते हुए विभागीय अधिकारियों से सुरक्षा की मांग की है।
दरोगा की पत्नी ने भी सीएम पोर्टल पर अपने पति के उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने आरोप लगाया कि SHO जानबूझकर उनके पति को मानसिक और शारीरिक तौर पर परेशान कर रहे हैं।
विभागीय जांच शुरू
एसीपी अछनेरा गौरव सिंह ने मामले की पुष्टि की है और बताया है कि विभागीय जांच शुरू कर दी गई है। अवैध खनन के आरोपों की जांच एसीपी खेरागढ़ द्वारा की जा रही है।
यह मामला न केवल एक पुलिसकर्मी के सम्मान और अधिकारों से जुड़ा है, बल्कि पुलिस महकमे के भीतर चल रही आंतरिक राजनीति और सत्ता के दुरुपयोग को भी उजागर करता है।
यदि शिकायतकर्ता की बातों में सच्चाई है, तो यह उच्च पुलिस अधिकारियों के लिए एक गंभीर चेतावनी होनी चाहिए, ताकि निचले स्तर पर कार्यरत ईमानदार पुलिसकर्मियों का मनोबल न टूटे।
सोशल मीडिया पर मांगा न्याय
दरोगा सोबरन सिंह यादव ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट कर न्याय की मांग की है। वीडियो में उन्होंने बताया कि उन्हें लगातार मानसिक प्रताड़ना दी जा रही है और अब उनकी जान को भी खतरा है।
उन्होंने यह भी कहा कि अगर उन्हें कुछ हुआ तो इसकी जिम्मेदारी SHO विनोद मिश्रा की होगी। उन्होंने पुलिस प्रशासन से निष्पक्ष जांच और जल्द न्याय की अपील की है।
A Sub-Inspector posted at Achnera Police Station in Agra, Uttar Pradesh, has been suspended after seeking a three-day leave for his daughter’s engagement. The officer, Sobaran Singh Yadav, alleges that SHO Vinod Mishra tore up his application, verbally abused him, and forced him to continue working despite personal emergencies. The SI further claims that he was targeted for taking action against illegal mining, and now fears for his life. A departmental inquiry has been initiated into the matter, raising concerns about internal police abuse, misuse of authority, and lack of protection for honest officers in UP Police.