पुरुषों को प्रेम जाल में फंसाकर करती थी डेट
रेप केस में फंसाने की धमकी देकर वसूली
एक शिकार की मां ने की शिकायत
AIN NEWS 1: बता दें दिल्ली से सटे गुरुग्राम में रहने वाली एक महिला ने शख्स पर बलात्कार का आरोप लगाया। पुलिस ने केस दर्ज किया और आरोपी को जेल भेज दिया। कुछ दिन बाद महिला ने एक दूसरे शख्स पर बलात्कार का केस किया। दूसरे आरोपी को भी जेल भेज दिया गया। इस तरह से महिला ने एक के बाद एक 9 लोगों को निशाना बनाया उनपर रेप के आरोप लगाए और कई लोगों से रेप केस में फंसाने के नाम पर वसूली भी कर डाली । पुलिस के हत्थे चढ़ी महिला के खिलाफ पुलिस ने जांच के बाद सूबत जमा किए और उसे जेल भेज दिया। महिला ने जमानत के लिए पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट में याचिका दायर की। बुधवार को सुनवाई के दौरान हाई कोर्ट की बेंच भी महिला की करतूत जानकर चकरा गई और महिला की जमानत याचिका खारिज कर दी गई।
हाई कोर्ट हो गया हैरान!
हाई कोर्ट में हरियाणा सरकार के वकील ने महिला के खिलाफ दस्तावेज जमा किए। मालूम चला कि महिला वसूली और रंगदारी का रैकेट चलाती है। उच्च न्यायलय ने मामले के तथ्यों और हालातों को ध्यान में रखा। हाई कोर्ट ने कहा कि कथित अपराधों की गंभीरता और इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए कि याचिकाकर्ता को अलग अलग व्यक्तियों के खिलाफ मामले दर्ज करने की आदत है। उसकी जमानत याचिका खारिज की जाती है। महिला इस साल 27 जनवरी से जेल में बंद है।
कैसे पुलिस के शिकंजे में फंसी महिला?
महिला के खिलाफ मामला तब खुला जब एक महिला ने उसके खिलाफ शिकायत की। महिला ने पुलिस से बताया कि एक महिला ने उसके बेटे को रेप के मामले में झूठा फंसाने का प्रयास किया था। उसने पुलिस से कहा कि महिला ने उसके बेटे से दोस्ती की। उसके साथ घूमती-फिरती थी और दोनों ने सहमति से शारीरिक संबंध बनाए। बाद में महिला ने उसे बलात्कार के मामले में फंसाने की धमकी दी और उससे रुपयों की वसूली की। उसने और रुपये मांगे तो बेटा डर गया तब मां ने महिला के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।
ब्लैकमेलिंग करके वसूलती थी पैसा
शिकायत दर्ज करने के बाद पुलिस ने महिला को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया। जांच के दौरान सामने आया कि ये अकेला मामला नहीं था। उससे पहले महिला ने 9 ऐसे लोगों को झूठे रेप केस में फंसाकर जेल भेजने की धमकी दी। जो उसकी धमकी से डर गए तो उन्होंने उसे रुपये दे दिए औऱ जो उसकी ब्लैकमेलिंग से नहीं डरे तो महिला ने उन लोगों के खिलाफ दुष्कर्म का केस कर दिया।
1 साल में 9 लोगों का रेप केस में फंसाया
याचिका का कड़ा विरोध करते हुए गुरुग्राम पुलिस ने मनोज कुमार, सहायक पुलिस आयुक्त, उद्योग विहार, गुरुग्राम के ज़रिए कोर्ट में एक रिपोर्ट दायर की, जिसमें कहा गया कि याचिकाकर्ता को युवकों और उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने की आदत थी। सितंबर 2020 और नवंबर 2021 के बीच याचिकाकर्ता ने 9 प्राथमिकी दर्ज कराई थीं। पुरुषों और उनके परिवार के सदस्यों को बलात्कार, शीलभंग वगैरह के अपराधों में फंसाने का उसका एक पैटर्न है।