अब बीजेपी को सबक सिखाने का इस दबंग जाति ने किया एलान, कहा- 2024 के चुनाव में भाजपा नेताओं को गांवों में नहीं घुसने देंगे

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बता दे कि हाल ही महीनों मे लोकसभा का चुनाव होने वाला है सभी नेता जोर शोर चुनाव की तैयारी में लग गए है और यही चुनाव को लेकर राजपूत समाज ने एक एलान किया और इस एलान में ये कहा गया है कि लोकसभा चुनाव में भाजपा नेताओं को गांवों में घुसने नहीं देंगे. दरअसल सम्राट मिहिर भोज प्रतिमा के अनावरण विवाद को लेकर राजपूत समाज ने महांकुभ का आयोजन किया। जिस आयोजन मे सभी राजपूर समाज के लोग मौजूद रहे और इस महाकुंभ में 2024 के चुनाव में भाजपा नेताओं के विरोध करने का एलान किया गया. समाज के नेताओं का कहना है कि राजपूत समाज बाहुल्य गांवों में किसी भी भाजपा नेता को प्रवेश नंही करने दिया जाएगा।

सम्राट मिहिर भोज प्रतिमा अनावरण विवाद को लेकर कैथल के हुड्‌डा मैदान में तैयार महाकुंभ मंच पर जुटे राजपूत समाज के नेता। - Money Bhaskarआपको बता दे इस महाकुंभ कार्यक्रम में हरियाणा सहित उत्तर प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, दिल्ली व अन्य राज्यों से भी समाज के नेता पंहुचे। इस दौरान समाज के लोगों ने कैथल में कुरुक्षेत्र बाइपास पर लगाई सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा पर गुर्जर शब्द लिखने पर रोष जताया। बता दे कि इस महाकुंभ की अध्यक्षता करते हुए देंवेद्र राणा, विनोद राणा थंबड़ औऱ शेर सिंह ने संयुक्त रुप से जानकारी दी कि 10 दिसंबर को दिल्ली मे राजपूत समाज की संसद आयोजित की जाएगी और इसमें सभी देशो से समाज के लोग पहुंचेगे. वहीं , फरल व कलायत गांव सहित प्रदेश के अन्य जिलों में चल रहे धरने को स्थगित करने का निर्णय लिया गया साथ ही उनका कहना था कि यदि समय रहते सरकार के लोगों की  मांग मान लेती तो उनके इतिहास से छेड़छाड़ नहीं होता

हुड्‌डा मैदान में महाकुंभ कार्यक्रम की समाप्ति के बाद क्षत्रिय स्वाभिमान यात्रा निकालते समाज के लोग।कर्नल देवेंद्र सिंह राणा ने दी जानकारी

बता दे कि कर्नल देवेंद्र सिंह राणा ने कहा कि राजपूत समाज के नेताओं ने एकजुट से निर्णय लिया है कि 2024 के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी का विरोध किया जाएगा। राजपूत बाहुल्य किसी भी गांव में भाजपा के नेताओं को घुसने नहीं दिया जाएगा। भाजपा की प्रदेश सरकार ने राजपूत समाज से धोखा किया है। अगर राजपूत समाज सरकार बन सकता है तो उसे हरा भी सकता है। कार्यक्रम की समाप्ति के बाद शहर में स्वाभिमान यात्रा निकाली गई जो शहर के विभिन्न हिस्सों से होकर गुजरी।  महांकुभ में देशभर से आए नेताओं ने प्रदेश की भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। वहीं सुप्रीम कोर्ट की वकील संगीता राणा व नरेंद्र ददलाना ने कहा कि इतिहास के पन्नों से अगर राजपूत समाज का इतिहास निकाल दिया जाए तो बाकी केवल दो पन्ने ही रह जाएंगे। जगदीप राणा कलायत वह हाईकोर्ट की वकील अलीशा चौहान ने कहा कि जो विधानसभा में समाज की आवाज नहीं उठा सकते राजपूत को ऐसे एमएलए नहीं चाहिए और वही रतनगढ़ के सरपंच जय भगवान ने कहा कि जिस सरकार ने राजपूत पर लाठी चार्ज कराया उसका बहिष्कार जारी रखेंगे।

 क्या है पूरा मामला

दरअसल बता दे कैथल में कुरुक्षेत्र बाइपास पर गत 20 जुलाई को सम्राट मिहिर भोज प्रतिमा का अनावरण किया गया था। इस प्रतिमा के आगे गुर्जर शब्द लिखा गया था। इसके बाद से राजपूत समाज के लोगों में गुस्सा है। हालांकि अब इस शब्द को टेप लगाकर हटा तो दिया, लेकिन समाज के लोग अभी भी इसका विरोध कर रहे हैं और इस विरोध में हरियाणा सहित उत्तर प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, दिल्ली व अन्य राज्यों से भी समाज के नेता भी शामील है

[video-to-gif output image]भाकियू के यूपी अध्यक्ष पूर्ण सिंह ने दी जानकारी

वही इन सब के उपर भाकियू के यूपी अध्यक्ष पूर्ण सिंह ने कहा कि एक समाज राजपूत समाज के इतिहास को चुराने का काम कर रहा है। राजपूत समाज के लोग निहत्थों पर वार नहीं करते। एक सांसद और एक विधायक के कहने पर समाज पर लाठी चलाई गई। यदि सरकार ने महापुरुषों का सम्मान नहीं किया तो देश में एक भी वोट भाजपा को नहीं दिया जाएगा। वही इसके उपर घरौंडा की पूर्व विधायक रेखा राणा ने कहा कि एक जिलाध्यक्ष के कहने पर राजपूत समाज के लोगों को पर लाठी चार्ज किया गया। जिसे उनके समाज कभी सहन नहीं करेगा और इसका जवाव लोकसभा चुनाव में देगे.  संयोजक समिति के सदस्य शलिन्दर राणा ने कहा कि हरियाणा में 12 प्रतिशत राजपूत समाज के लोग हैं, लेकिन दूसरा समाज केवल 2 प्रतिशत है। कैथल में समाज को बेइज्जत किया। फिर समाज के सभी भाजपा कार्यकर्ताओं ने पार्टी से इस्तीफा दिया। करीब 3 घंटे चले कार्यक्रम के दौरान 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा नेताओं का विरोध करने का निर्णय लिया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे कर्नल देवेंद्र राणा ने बताया कि महाकुंभ में भाजपा नेताओं के विरोध का निर्णय लिया गया है। राजपूत बाहुल्य गांव में भाजपा के किसी भी नेता को एंट्री नहीं दी जाएगी। कार्यक्रम समाप्ति के बाद क्षत्रिय स्वाभिमान यात्रा भी निकाली गई। इस कार्यक्रम में बिहार के विधायक चेतन आनंद, प्रतापगढ़ उत्तर प्रदेश के पूर्व सांसद व क्षत्रिय महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष हरिवंश सिंह, राजौन्द से वीके सिंह,किसान नेता पूर्ण सिंह, सुखदेव सिंह गोगा माड़ी, महीपाल सिंह मकराणा, करणी सेना के अध्यक्ष बीर प्रताप सिंह राणा, विनोद राणा थंबड़, राज शेखावत गुजरात, नेत्रपाल भिवानी, यशवीर कुंडू ने भी सभा को संबोधित किया।

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